Indian Defence News : कुछ ही दिनों बाद विशाखापत्तनम की तट रेखा पर हिंद महासागर में दुनिया की 45 से अधिक देशों की नौसेनाओं का जमावड़ा लगने वाला है। यह ना सिर्फ़ सुरक्षा और नौसैनिक अभ्यास के लिए बहुत बड़ी बात है, बल्कि इससे कही ज़्यादा ये 'Naval Exercise' भारत की कूटनीतिक ताक़त का प्रदर्शन भी दुनिया को दिखाएगी।
इस नौसैनिक अभ्यास में दुनिया के 45 देशों की नौसेनाओं के जहाज़, पनडुब्बी, युद्धपोत से लेकर हेलिकॉप्टर और लड़ाकू जहाज़ भी अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेंगे। भारत की मेज़बानी में इसका आयोजन 26 फरवरी से 4 मार्च तक विशाखापत्तनम में दो चरणों में किया जाएगा। इस नौसैनिक अभ्यास का नाम है - "MILAN 2022"। MILAN 2022 का उद्देश्य सुरक्षित समुद्र यातायात सुनिश्चित करने के लिए समुद्री सुरक्षा की सामूहिक जिम्मेदारियों को बढ़ावा देना है।
भारत के मेज़बानी में कई देशों ने इसमें शामिल होने के लिए हामी भर दी है। जिसमें अमेरीका और रुस भी हैं। इसके अलावा कुछ साल पहले ही अस्तित्व में आए Quadrilateral Countries "Quad" संगठन के सदस्य देश - अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया भी शामिल होंगे।
'MILAN 2022' का थीम 'सहानुभूति - सामंजस्य - सहयोग' है। इस नौसैनिक अभ्यास के बारे में कहा जाता है कि भारत हर दो साल में अपनी कूटनीतिक ताक़त का अंदाज़ा दुनिया को कराने "ख़ास कर चीन और पाकिस्तान" के लिए ही करता है। इसके अलावा इसका दूसरा पक्ष भारतीय नौसेना की युद्ध क्षमताओं का विकास भी है।
अमेरीका और रुस ने इसमें शामिल होने के लिए हामी भरी है लेकिन अभी ये फ़ाइनल नही हुआ है कि ये दोनों देश अपने युद्धपोत भेजेंगे या नहीं? इसका कारण भी है - 'क्योंकि यूक्रेन में दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है' इसलिए ऐसा माना जा सकता है कि ये दोनों ही देश MILAN 2022 के लिए अपने युद्धपोत ना भेजने का फ़ैसला कर सकते है हालाँकि यह सिर्फ़ अंदाज़ा ही है।
हर 2 साल में आयोजित होने वाले इस अभ्यास को 2020 में कोरोना महामारी की वजह से रद्द कर दिया गया था। साथ में चीन को जवाब देने के लिए यह QUAD संगठन देशों का पहला नौसैनिक अभ्यास भी है। इसके अलावा इंडो-पैसिफिक में सहयोग बढ़ाने के एजेंडे को निर्धारित करने के लिए कोरोना महामारी के बाद इस पैमाने का पहला बहु-राष्ट्रीय नौसैनिक अभ्यास है।
इसकी ख़ास एक और है कि पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध शुरू होने के बाद भी यह पहला ऐसा अभ्यास है जिसमें 45 देशों की सेनाएँ भारतीय नौसेना के साथ युद्धाभ्यास करेंगी। इससे भी इस अभ्यास का महत्व पता चलता है।
@ Indian Defence News : India's Biggest naval exercise at Visakhapatnam.